Saturday, 18 November 2017

पानी कनेक्शन घोटाला : ग्रीन फील्ड कालोनी में पानी के अवैध कनेक्शनों को लगा कर लाखों वसूल रहे यूआईसी के लोग, जांच होगी, प्रवीण



फरीदाबाद :ग्रीन फील्ड कालोनी (Greenfields Colony, Faridabad Powered By Urban Improvement Company) में डीटीपी इंफोर्स्मेंट के बुल्डोजर के पंजे चलने से एरिया के मैनेजर सहित कंपनी के पलंबर का खुल जाता हैं किस्मत का ताला। एक अवैध कनेक्शन जोड़ने के एवज में 10 हजार से लेकर सवा लाख रूपए तक चार्ज करते हैं। पिछले कई वर्षों में इस कालोनी में एक हजार से अधिक पानी के अवैध कनेक्शन दिए जा चुके हैं पर इस अवैध कनेक्शनों को रोकने वाला कोई नहीं।




इस मामले में अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक प्रवीण चौधरी का कहना हैं कि जिनके पास रजिस्ट्री व कंप्लीशन सर्टिफिकेट हैं वह लोग उन्हीं लोगों को पानी के कनेक्शन देते हैं पर यहां पर तो लोगों के पास जीपीए हैं और एक बिल्डिंग में छह से लेकर 12 फ्लैट अवैध रूप से बने हुए हैं उन फ्लैटों में लोगों को पानी के कनेक्शनों को देना बिल्कुल बंद किया हुआ हैं। सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के प्लंबर द्वारा अवैध रूप से बने बिल्डिंगों में पानी के कनेक्शनों को अवैध तरीके से जोड़ने की खबर हैं और उसके एवज में पलंबर प्रति फ्लैट 10 हजार से लेकर एक से सवा लाख रूपए तक चार्ज करते हैं। उनका कहना हैं कि वह इस सनसनी खेज घोटाले की जांच अवश्य कराएगें।



बताया गया हैं कि पिछलें अनगिनित सालों में ग्रीन फील्ड कालोनी में अवैध तरीके से एक हजार से अधिक  बिल्डिंगें बन चुकी हैं और इन बिल्डिंगों में जिस कंपनी को सीवर -पानी के कनेक्शनों को देना हैं उसने बिल्कुल कनेक्शनों को  नहीं दिया। सवाल हैं इन बिल्डिंगों में पानी के कनेक्शनों को आखिर किसने दिया और कैसे वहां पानी की सप्लाई हो पा रही  हैं और अब भी नई -नई बिल्डिंगें बन कर तैयार हैं उनमें भी पानी के कनेक्शनों को अवैध रूप से जोड़ दिया गया हैं, आखिरकार इस गड़बड़ झाले का जिम्मेदार कौन हैं, लोगों की मानें तो इसका जिम्मेदार सम्बंधित विभाग हैं जोकि जानबूझ कर अपनी आखें बूंदें बैठा हैं।



यह तो वहीँ हुआ कि अवैध पानी के कनेक्शनों में ग्रीन फील्ड कालोनी में रहने वाले लोग वैध पानी मुफ्त में इस्तेमाल कर रहे हैं जिसका किसी को कोई बिल नहीं भरना होता  हैं जिसका नुक्सान साफ़ तौर पर अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी को प्रति वर्ष उठाना पड़ रहा हैं और यह नुकसान उन्हीं की कर्मचारिगणों की वजह  से हो रहा हैं। उपरोक्त कंपनी को जाएदा नुक्सान न हो इसे रोकने हेतु सम्बंधित विभाग के लोग बिल्कुल कोशिश नहीं कर रहे हैं। मालूम हुआ हैं कि जिस अवैध नवनिर्मित बिल्डिंगों को डीटीपी इंफोर्स्मेंट द्वारा बुल्डोजर से तोड़ दी जाती हैं के बाद उसमें पानी के कनेक्शनों को जोड़ना होता हैं तो पानी के कनेक्शनों के एवज में कंपनी के पलंबर अपना चार्ज डबल कर देते  हैं। यह कह कर दोगुना चार्ज करते  हैं कहते हैं कि  यह बदनाम बिल्डिंग हैं इसमें वह कार्य नहीं करेगा यदि वह कार्य करेगा तो उसका चार्ज डबल देना होगा। क्यूंकि जो पैसा उसे मिलेगा उसमें से पुलिस सहित कई लोगों में बटेंगें ।



उधर, इस संदर्भ में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि पानी के अवैध कनेक्शनों को रोकना अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का कार्य हैं। क्यूंकि यह कार्य उनका नहीं हैं वावजूद इसके वह चाहते हैं तो जब भी वह ग्रीन फील्ड कालोनी में तोड़फोड़ की कार्यवाही करने हेतु आते हैं वह लोग भी उनके साथ चले और पानी के अवैध कनेक्शनों को जड़ उखाड़  दें, उस वक़्त उनके साथ पुलिस फाॅर्स भी होती हैं और उन बिल्डरों के  खिलाफ पुलिस में मुकदमा भी दर्ज करा सकतें हैं। atharv news  को कंपनी के बड़े अधिकारीयों पर पूरा  भरोसा हैं कि इस मामलें की निष्पक्ष जांच कर गलत लोगों के खिलाफ अवश्य कार्रवाई करेंगें।



ग्रीन फ़ील्ड कालोनी आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना का कहना हैं कि atharv news ने जो  पानी के कंपनी द्वारा अवैध कनेक्शन दिए जाने की खबर की प्रशंसा की हैं। साथ में उन्होनें यह भी कहा कि इस पानी कनेक्शन घोटाले में सिर्फ एरिया प्रबंधक व पलंबर ही नहीं हैं बल्कि यूआईसी के बड़े अधिकारी भी इस घोटाले में लिप्त हैं। उनका कहना हैं कि इतना जाएदा पैसा सिर्फ एक पलंबर नहीं ले सकता क्यूंकि इसके पीछे बड़े -बड़े चेहरे हैं। इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ।


News Source : Atharv News

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